कुछ इस कदर हमने मोहब्बत को निभाया है,
दिल मे दर्द सहकर भी हर पल मुस्कुराया है।।
दिल मे दर्द सहकर भी हर पल मुस्कुराया है।।
आपकी गलतफहमी है कि आपने मुझे ठुकराया है,
सिर्फ आपकी खुशी की खातिर मैंने दिल अपना दुखाया है।।
सिर्फ आपकी खुशी की खातिर मैंने दिल अपना दुखाया है।।
गम तो है ही नही किसी बात का अब मुझको,
जो भी चाहा वो साबित करके दिखाया है।।
जो भी चाहा वो साबित करके दिखाया है।।
करते है यहाँ सभी मोहब्बत में खुद को आबाद,
बदनाम आपके इश्क़ में खुद को, हमने करके दिखाया है।।
बदनाम आपके इश्क़ में खुद को, हमने करके दिखाया है।।
मेरी चाहत न कल समझ पाए थे न अब कभी समझोगे आप,
आपसे रिश्ता तोड़ा नही है, खुद आप से ही तुड़वाया है।।
आपसे रिश्ता तोड़ा नही है, खुद आप से ही तुड़वाया है।।
हासिल करूँ आपको ये कभी ख्वाहिश ही न थी मुझको,
आपसे रिश्ता जिस्म का नही, मैंने रूह का बनाया है।।
आपसे रिश्ता जिस्म का नही, मैंने रूह का बनाया है।।
जिन तकलीफों के साये से बचाकर आपको रखना था,
आज उस मोड़ पर खुद को ही हमने ले आया है।।
आज उस मोड़ पर खुद को ही हमने ले आया है।।
बदनामी के साये से बचाने के लिए आपको ,
हमने खुद ही बेवफा बनकर के दिखाया है.......
हमने खुद ही बेवफा बनकर के दिखाया है.......
#सुनिधि
वाह सुनिधी जी बहोत खूब लिखती है आप।।।हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद
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