Home / Archive for August 2017
#स्वतंत्रता_दिवस
स्वतंत्रता मिले कई साल गुजर गए,
इसकी आजादी को कई लाल गुजर गए
इसकी आजादी को कई लाल गुजर गए
नजर आती ही नही स्त्रियों की अब भी स्वतंत्रता,
उनके तो अब भी पर्दे में साल के साल गुजर गए,
उनके तो अब भी पर्दे में साल के साल गुजर गए,
क़ैद है अब भी चाहरदीवारी में जानवरों की तरह,
कैसे कह दें हम कि जमाने के ख्यालात बदल गए,
कैसे कह दें हम कि जमाने के ख्यालात बदल गए,
आतंकवाद और भ्रष्टाचार के पंजे में है देश अब तलक,
फिर भी कहते है नेता सब कि देश के हालात बदल गए
फिर भी कहते है नेता सब कि देश के हालात बदल गए
व्याप्त है हर कदम पर पहले सी ही सब बुराइयाँ,
अच्छे दिनों की आस में साल दर साल बदल गए
अच्छे दिनों की आस में साल दर साल बदल गए
जश्न ए आजादी में डूब जाते है साल में दो बार जरूर,
बड़ी जल्दी ही आज़ादी के हर मायने बदल गए
बड़ी जल्दी ही आज़ादी के हर मायने बदल गए
स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान पर करते है शियासत,
भारत के वीर सपूतों के बलिदान पर, ख्यालात बदल गए
भारत के वीर सपूतों के बलिदान पर, ख्यालात बदल गए
पत्थरबाजी करते है खुद, वतन के रक्षकों पर
अब तो आज़ादी के चाहने वालों के हाल बदल गए,
अब तो आज़ादी के चाहने वालों के हाल बदल गए,
देश रहकर भी करते है गैर मुल्क की वकालत,
बस ऐसे गद्दारों के कारण ही देश मे हालात बदल गए
बस ऐसे गद्दारों के कारण ही देश मे हालात बदल गए
नजर आते है शहर में हर तरफ तिरंगे एक रोज जरूर,
क्या खूब! देशप्रेमियों के जज्बात बदल गए
क्या खूब! देशप्रेमियों के जज्बात बदल गए
#जय_हिंद
#सुनिधि
#सुनिधि
#गोरखपुर #दर्दनाक_हत्याकाण्ड
गरीबों के घर के चिराग़ों को बुझाकर श्मशान बना दिया है
फिर से सिस्टम की लाचारी ने जिंदगी का तमाशा बना दिया है।।
फिर से सिस्टम की लाचारी ने जिंदगी का तमाशा बना दिया है।।
लूट कर जनता को खाने को ही घूमते रहते है,
हर घड़ी सत्ता का बस सुख भोगने को फिरते है।।
हर घड़ी सत्ता का बस सुख भोगने को फिरते है।।
दुख गरीबों का नजर में आता सिर्फ वोट के लिए है
घर मे जाकर कभी दलित, कभी गरीब बन जाते है।।
घर मे जाकर कभी दलित, कभी गरीब बन जाते है।।
सिर्फ बहा कर आँसू जनता को दिखाते है,
दोषियों के खिलाफ क्यों नही कड़े कदम उठाते है।।
दोषियों के खिलाफ क्यों नही कड़े कदम उठाते है।।
बयान बाजी से ही बस सिस्टम में सुधार करते है,
क्यों सभी फिर भी ऐसे नेताओं से आस करते है।।
क्यों सभी फिर भी ऐसे नेताओं से आस करते है।।
चेहरे मोहरे सिर्फ शियासत में बदलते रहते है,
कहाँ कोई है ऐसा जो जनता की फिक्र करता है।
कहाँ कोई है ऐसा जो जनता की फिक्र करता है।
#सुनिधि
#फ्रेंडशिप_डे
हर हाल में भी साथ न छोड़े ,
बो साथ है दोस्ती ।।
बो साथ है दोस्ती ।।
सिर्फ सुख का ही साथी नही बल्कि,
हर दुख में भी हिस्सेदार होता है दोस्त।।
हर दुख में भी हिस्सेदार होता है दोस्त।।
जिनके साथ गम को भूला बैठें बो होता है दोस्त,
दुनियाँ का सबसे अनमोल बन्धन है दोस्त ।।
दुनियाँ का सबसे अनमोल बन्धन है दोस्त ।।
कोई कहे न कहे मगर याद आता है हर बिछड़ा यार,
सारे रिश्तों से प्यारा है ये ............दोस्तों का प्यार।।
सारे रिश्तों से प्यारा है ये ............दोस्तों का प्यार।।
इस रिश्ते की ताकत को मानता है संसार,
कभी न मिटने वाला है इस रिश्ते में प्यार।।
कभी न मिटने वाला है इस रिश्ते में प्यार।।
याद आतें है बहुत जो कभी न मिल पाएंगे,
जब भी बचपन याद आएगा बो बहुत रुलायेंगे।।
जब भी बचपन याद आएगा बो बहुत रुलायेंगे।।
जो बिछड़ गए उनकी भी सलामती की दुआएं करते है,
काश!! किसी मोड़ पे मिल जाए यही फरियाद करते है।।
काश!! किसी मोड़ पे मिल जाए यही फरियाद करते है।।
दोस्तों से बस एक ही वादा चाहते है अब,
उम्र भर न साथ छूटे यही एतबार चाहते है अब।।
उम्र भर न साथ छूटे यही एतबार चाहते है अब।।
कठिनाइयों को पार करने का हौसला रखते है,
जो कभी न न टूट पाए ऐसा बन्धन का फैसला रखते है।।
जो कभी न न टूट पाए ऐसा बन्धन का फैसला रखते है।।
#सुनिधि
प्यारा भाई
छोटा होकर रौब जमाना,
बात बात पर रुठ जाना
बात बात पर रुठ जाना
प्यार करे पर ताने देना,
ऐसा है मेरा भाई सलोना,
ऐसा है मेरा भाई सलोना,
दूर जाओ पर भूल न जाना,
अगली राखी संग मनाना
अगली राखी संग मनाना
जल्दी घर आ बोले बहना,
बिन भाई अब है सब सूना
बिन भाई अब है सब सूना
भाई बहन का रिश्ता ऐसा,
इसके आगे है सब सस्ता,
इसके आगे है सब सस्ता,
झगड़ झगड़ पर प्यार दिखाना,
खुद रूठे,खुद ही मन जाना
खुद रूठे,खुद ही मन जाना
ऐसा है मेरा भाई सलोना
बड़ी बहन एक प्यारी है,
घर की राज दुलारी है,
उनका भी है राजदुलारा,
रक्षाबन्धन आया है,
खुशियाँ ढेरों लाया है,
साथ कभी न अपना छूटे,
चाहे सारा ये जग रूठे,
खुशियाँ चूमे कदम तुम्हारे,
चमके किश्मत के सब तारे
कामयाबी खुद पीछे आये,
जग में खूब नाम कमाए,
बचपन से हम लड़ते आए,
फिर भी एक दूजे बिन रह न पाए,
भाई-बहन का रिश्ता अनमोल,
इस रिश्ते का कोई न मोल,
चाहे कोई भी पल आए,
अपना बन्धन तोड़ न पाए,
अपना बन्धन तोड़ न पाए,
#सुनिधि
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