📖......कविताएँ.....✍
शब्दों की त्रिज्या से,,
भावों की परिधि को
स्पर्श करने का सूत्र ही तो हैं....
कविताएँ...★
इसकी व्यापकता में,,
अनन्त अनुभूतिओं का साथ,,
दुःख, सुख,वियोग, वेदना का,,
हृदयस्पर्शी व्यास ही तो है
कविताएँ....★
मन की उथलपुथल को,,
प्रीत के आधार पर,,
अंकित करती हुई जीवा ही तो है,,
कविताएँ......★
©
सुनिधि चौहान✍
@Sunidhichauhaan
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