मेरी हर परेशानी पल में खत्म हो जाती हैं,
जब मेरे पापा की प्यार भरी आवाज मुझे आती है...
कभी हो जाती हूँ हताश तो वो हौसला देते हैं
निराश खत्म कर एक नयीं राह दिखाते हैं..
कैसे छोड़ दूँ मैं जीवन पथ पर अग्रसर होना...
मेरे पापा हर कदम पर जब मेरा हाथ पकड़े हैं।।
हर दुख से वो मुझे आज भी बचाती है,
जब मेरे पापा की प्यार भरी आवाज मुझे आती है...
यूँ तो तमाम गलतियाँ मैं रोज करती हूँ,
ये भी है सच माँ की डाँट खूब सुनती हूँ..
जाती हूँ रूठ पापा से, कभी पापा को परेशान करती हूँ..
लेकिन सच है मेरे पापा है सबसे प्यारे ये बार बार कहती हूँ।।
कितनी भी हो जाऊँ गुस्सा पर तब मान जाती हूँ,
जब मेरे पापा की प्यार भरी आवाज मुझे आती है...
बच्चों की कामयाबी में पिता खुद को कामयाब समझते है,
खुद के जीवन भर के संघर्ष को सार्थक समझते है...
इसलिए सिर्फ इतना है मेरा सबसे कहना..
चाहे कितनी भी हो मुश्किल अपने माता-पिता का दामन मत छोड़ना।।
#सुनिधिचौहान✍